सांभर में स्थाई ई.ओ. नहीं होने से प्रशासनिक कार्यप्रणाली गड़बड़ाई

स्वच्छता सेवा सप्ताह अभियान की भी नहीं हो सकी शुरुआत
शैलेश माथुर की रिपोर्ट
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सांभरझील। सांभर नगर पालिका के लिए करीब डेढ़ साल पहले स्वायत्त शासन विभाग की ओर से एक आदेश जारी कर नरायणा नगर पालिका में नियुक्त अधिशाषी अधिकारी शिवेश कांकरिया को सांभर नगर पालिका के अलावा दूदू का भी अतिरिक्त कार्यभार सौंप कर अपने कर्तव्य की इतनी मान बैठा है। रोचक बात यह भी है कि इस अधिकारी की नियुक्ति अब दूदू नगर पालिका में कर दी गई लेकिन अभी भी नरायणा और सांभर का अतिरिक्त कार्य भार अभी भी इनके पास में रखा है। इससे सहजता से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि विभाग की ओर से एक अधिकारी को दो नगर पालिकाओं का अतिरिक्त चार्ज देकर इतनी बड़ी मेहरबानी क्यों की गई है जबकि प्रैक्टिकल रूप में संभव नहीं है कि एक अधिकारी प्रतिदिन 30 किलोमीटर दूर आकर अपने पद का अतिरिक्त कार्य संभाल सके। बताया जा रहा है कि इस अधिकारी के खिलाफ अनेक विभागीय जांच लंबित है, स्वायत्त शासन विभाग के संज्ञान में होने के बावजूद उनके स्थान पर किसी स्थाई अथवा अन्य किसी अधिशाषी अधिकारी की नियुक्ति नहीं की जा रही है जो परमानेंट सांभर में ही रहकर कार्य को अंजाम दे सके। आम जनता का यह भी कहना है कि पूर्व विधायक निर्मल कुमावत और वर्तमान विधायक विद्याधर चौधरी को भी इस बात का पता है लेकिन दोनों की ताकत ही इस अधिकारी के आगे फीकी पड़ गई है और वे अभी तक अपने स्तर से किसी स्थाई अधिकारी की नियुक्ति करवाने में असफल हो रहे हैं। जिन लोगों के काम नगर पालिका में अटके हुए हैं वे आमजन है और नाम नहीं छापने की शर्त के साथ बताते हैं कि भ्रष्टाचार चरम पर है, दलाली खुलकर हो रही है। दोनों ही दलों के नेतागण कोई नहीं बोल रहा है। स्थाई नियुक्ति नहीं होने के कारण विकास के लिए किए जाने वाले महत्वपूर्ण टेंडर प्रक्रिया, न्यायिक विभाग में लंबित प्रकरणों की प्रभावी पैरवी, आमजन के पट्टा प्रकरणों का समय पर निस्तारण नहीं होना तो दूर प्रदेश सरकार की ओर से स्वच्छता सेवा सप्ताह अभियान की भी नगर पालिका आज तक शुरुआत नहीं कर पाई है। मौसमी बीमारियों का प्रकोप तेजी से फैल रहा है बीमारी फैलने वाले मच्छरों को नष्ट करने के लिए अभी तक फोंगिंग प्रक्रिया नहीं अपनाई गई है आम जनता के स्वास्थ्य के प्रति पालिका पूरी तरह से गंभीर नहीं है कचरा संग्रहण कें बाहर ही कचरा डाला जा रहा है तो वही सफाई व्यवस्था पूरी तरह से संतोषजनक स्थिति में नहीं है।

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