
जाफ़र लोहानी
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मनोहरपुर (जयपुर)। मुहर्रम के पवित्र महीने में मनोहरपुर में ताजिएदारों और सबील का स्वागत किया गया। मोहल्ला सारवान, मोहल्ला तोपचीवाडा और मोहल्ला लुहारमण्डी के ताजिए मातमी धुनों के बीच कर्बला में सुपुर्द-ए-खाक हुए।
मुहर्रम के दौरान आयोजन
- ताजिएदारों और सबील का स्वागत किया गया
- अखाड़ा प्रदर्शन और मर्शा पढ़ाई गई
- ताजिए कर्बला में सुपुर्द-ए-खाक किए गए
- मदीना सबील कमेटी और पत्रकारों को सम्मानित किया गया
मुहर्रम का महत्व
मुहर्रम इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना है, जो हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में मनाया जाता है। यह महीना मुस्लिम समुदाय के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जिसमें वे शोक मनाते हैं और हजरत इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हैं।
इस साल मुहर्रम 6 जुलाई 2025 को मनाया गया। ताजिए अपने मुकाम से चलकर गांधी चौक में आए, जहां पर मेला लगा और अखाड़ा प्रदर्शन हुआ। इसके बाद ताजिए कर्बला में सुपुर्द-ए-खाक किए गए।
कई लोगों के मोबाइल पर ये कव्वाली व शेर बजते हुए सुनाई दिए।
कौन भूलेगा वो सजदा हुसैन का खंजरों तले भी सर झुका ना था हुसैन का,मिट गई नस्ल -ए – यजीद कर्बला की खाक में, कयामत तक रहेगा जमाना हुसैन का,,,,,