
जब भी मुश्किल का कोई मक़ाम आगया, नाम ए अहमद मेरे वहीं काम आगया
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चोमू। चौमू रावण गेट मोहल्ला नागोरियान में सूफी मुंशी बुर्रहान उल्ला का 3 दिवसीय वार्षिक उर्स 5 अक्टूबर रविवार को कूल व लंगर के साथ विधिवत सम्पन्न होगा!
मोहम्मद फिरोज़ (गद्दीनाशीन) सूफ़ी मुंशी बुरहानउल्ला साहब ने बताया कि 3 अक्टूबर शुक्रवार 2025 को सुबह कुरआन ख़्वानी के साथ मे उर्स का आगाज़ हुआ इसी के साथ मे हिन्दू मुस्लिम जायरिनों का आना प्रारम्भ हुआ रात्रि 10 बजे बाद में मिलादुन्नबी कमेटी चौमू के द्वारा मिलाद शरीफ हुई जिसमे खुदा के हुकम व मोहम्मद साहब के बताए हुए मार्ग पर चलने की बात कही गई!
ख़िदमतगार दिनेश मानावत ने बताया कि इसी प्रकार 4 अक्टूबर 2025 शनिवार को चद्दर (दोपहर 2 बजे बाद) फातेहा व रात्रि 10 बजे बाद में राजस्थान की मशहूर कव्वाल पार्टियों में द्दिन मोहम्मद एंड कव्वाल पार्टी द्वारा सम्पूर्ण रात्री तक बाबा की मान मनुहार की गई।
रात्रि 1 बजे बाद जयपुर के बंगाली बाबा के गद्दी नशीन सूफ़ी नूरुद्दीन शाह के आने के बाद में कव्वालों ने “जब भी मुश्किल का कोई मक़ाम आगया, नाम ए अहमद मेरे वहीं काम आगया” सुनाकर महफ़िल को खुश कर दिया।
इसी प्रकार 5 अक्टूबर रविवार 2025 को कूल व लंगर के साथ में उर्स का समापन हुआ। इस अवसर पर सराहनीय कार्य करने वालो पत्रकारों व सुफी लोगों की दस्तारबंदी बन्दी की गई। इस अवसर पर रामावतार मानावत,हबीब नेता जी, कप्तान खान, अब्दुल रशीद खान, मोहम्मद फ़रमान खान पठान,शमशेर खान चौहान, सनिफ़ खान चौहान,जमशेर खान, शोकत खान लोहानी, डॉक्टर अशफ़ाक़ खान, कबीर पठान, ज़ेनब पठान, सलार उर्फ अली पठान आदि उपस्थित थे।