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दिल्ली। भीलवाड़ा एनर्जी लिमिटेड ने आधुनिक बी2बी फूड ग्रेड पीईटी रेज़िन मैनुफैक्चरिंग प्लांट का लाॅन्च किया है। राजस्थान में 95 एकड़ में फैला यह मैनुफैक्चरिंग प्लांट नौकरियों के 700 से अधिक अवसर उत्पन्न करेगा। एलएनजे ग्रीनपेट, राजस्थान के टोंक ज़िले में स्थित भारत का सबसे बड़ा सिंगल-प्रिमाइसेस बाॅटल-टू-बाॅटल (बी2बी) रीसायकल्ड पीईटी रेज़िन मैनुफैक्चरिंग प्रोजेक्ट होगा।
इस अवसर पर श्री रीजु झुनझुनवाला, मैनेजिंग डायरेक्टर, भीलवाड़ा एनर्जी लिमिटेड ने कहा, हम विश्वस्तरीय रेज़िन युनिट बनाने के लिए प्रयासरत हैं, जो भारत के शुद्ध-शून्य दृष्टिकोण के अनुरूप उद्योग जगत की बदलती ज़रूरतों को पूरा कर सके। 2014 में आरसीपीएफ युनिट की स्थापना ग्रुप का पहला सफल बेंचमार्क था, हमारा मानना है कि भारतीय उद्योगों को सर्कुलेरिटी को अपनाना चाहिए। एलएनजे ग्रीनपेट स्थायित्व की दिशा में एक और बड़ा कदम है जो प्लास्टिक रीसायक्लिंग के महत्व को पहचान कर प्लास्टिक व्यर्थ प्रबन्धन के लिए उचित समाधान उपलब्ध कराएगा।
प्रोजेक्ट के संचालन की शुरूआत सितम्बर 2026 में हो जाएगी और इसमें प्रति दिन 20 मिलियन पीईटी बोतलों को रीसायकल करने तथा सालाना 100 किलोटन फूड ग्रेड बी2बी आर पीईटी रेज़िन उत्पादन की क्षमता होगी। यह पीईटी बोतल रीसायक्लिंग में ग्रुप की दूसरी पहल है, इससे पहले 2014 में रीसायकल्ड पाॅलिस्टर फाइबर युनिट की स्थापना सफलतापूर्वक की गई थी, जो वर्तमान में रोज़ाना 6 मिलियन पीईटी बोतलों को रीसायकल करती है तथा सालाना 43000़ + एमटी से अधिक फाइबर ग्रीन का उत्पादन करती है।