ब्रिटिश काउंसिल ने भारतीय छात्रों के लिए ग्रेट स्कॉलरशिप 2026-27 की घोषणा की

संपूर्ण भारत के छात्रों के लिए 12 पोस्टग्रेजुएट स्कॉलरशिप्स उपलब्ध
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जयपुर। ब्रिटिश काउंसिल, जो सांस्कृतिक संबंधों और शैक्षणिक अवसरों के लिए ब्रिटेन की अंतर्राष्ट्रीय संस्था है, ने यूके सरकार के ग्रेट (GREAT) ब्रिटेन अभियान के साथ मिलकर ग्रेट स्कॉलरशिप 2026-27 की घोषणा की है। यह स्कॉलरशिप उन प्रतिभाशाली भारतीय विद्यार्थियों के लिए है, जिन्होंने शैक्षणिक उत्कृष्टता हासिल की है और जो ब्रिटेन में पोस्टग्रेजुएशन करना चाहते हैं।
शैक्षणिक सत्र 2026-27 के लिए, ब्रिटेन के प्रमुख विश्वविद्यालय विभिन्न विषयों में 12 पोस्टग्रेजुएट स्कॉलरशिप्स प्रदान कर रहे हैं। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले उच्च शिक्षा संस्थानों में एंग्लिया रस्किन यूनिवर्सिटी, नॉर्विच यूनिवर्सिटी ऑफ द आर्ट्स, क्वीन्स यूनिवर्सिटी बेलफास्ट, रॉयल कॉलेज ऑफ आर्ट, रॉयल कंज़र्वेटॉयर ऑफ स्कॉटलैंड, रॉयल नॉर्दर्न कॉलेज ऑफ म्यूज़िक, यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल, ट्रिनिटी लाबान कंज़र्वेटॉयर ऑफ म्यूज़िक एंड डांस, यूनिवर्सिटी ऑफ डंडी, यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग, यूनिवर्सिटी ऑफ सरे और यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्ट इंग्लैंड (यूडब्ल्यूई) ब्रिस्टल शामिल हैं। प्रत्येक स्कॉलरशिप में एक वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स की ट्यूशन फीस के लिए न्यूनतम 10,000 पाउंड की राशि प्रदान की जाती है, जिससे भारत के योग्य विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय शिक्षा और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त विशेषज्ञता हासिल करने में सहायता मिलती है।
ये स्कॉलरशिप्स विविध विषयों को शामिल करती हैं, जिनमें वित्तीय प्रबंधन (फाइनेंस), मार्केटिंग, व्यवसाय प्रबंधन (बिज़नेस), मनोविज्ञान, ‘विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित’ (एसटीईएम), डिज़ाइन और मानविकी के साथ-साथ कला, संगीत और नृत्य कार्यक्रम भी शामिल हैं। विशेष रूप से, चार भागीदार विश्वविद्यालय रचनात्मक (क्रिएटिव) एवं ‘प्रदर्शन कला’ (परफार्मिंग आर्ट) विषयों में ग्रेट स्कॉलरशिप प्रदान कर रहे हैं, जिससे शैक्षणिक और व्यावसायिक क्षेत्रों के साथ-साथ कला शिक्षा में भी ब्रिटेन की सशक्त उपस्थिति प्रदर्शित होती है।
ग्रेट स्कॉलरशिप को यूके सरकार के ग्रेट ब्रिटेन अभियान, ब्रिटिश काउंसिल और इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले यूके के उच्च शिक्षा संस्थानों द्वारा संयुक्त रूप से वित्त पोषित किया जाता है। इनका साझा उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाली यूके शिक्षा तक पहुँच बढ़ाना और दोनों देशों के बीच शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक सहयोग को और गहरा करना है।
ब्रिटेन की शिक्षा प्रणाली अपनी शैक्षणिक कठोरता और अपने विश्वविद्यालयों में उपलब्ध विषयों की व्यापक विविधता के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। विद्यार्थियों को यहाँ विविध शिक्षण पद्धतियों का अनुभव मिलता है, व्यावहारिक और विश्लेषणात्मक कौशल विकसित करने के अवसर मिलते हैं और ऐसे रास्ते खुलते हैं, जो उन्हें अपनी सीख को वास्तविक परिस्थितियों में लागू करने में सक्षम बनाते हैं। अध्ययन पूरा होने के बाद कार्य करने के अवसर स्नातकों को सार्थक व्यावसायिक अनुभव प्राप्त करने में सहायक होते हैं, जो उनके दीर्घकालिक करियर को और मजबूत बनाते हैं।
रितिका चंदा पार्रुक एमबीई, निदेशक शिक्षा भारत, ब्रिटिश काउंसिल ने कहा, “ग्रेट स्कॉलरशिप, यूके-भारत शिक्षा साझेदारी की मजबूती को दर्शाती है और साथ ही पूरे देश में प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के लिए अवसरों का विस्तार करने की हमारी संयुक्त प्रतिबद्धता को भी। यूके में अध्ययन का मतलब सिर्फ शैक्षणिक उत्कृष्टता नहीं है, यह उद्योग-केंद्रित शिक्षा और एक वास्तविक वैश्विक वातावरण तक पहुँच का द्वार खोलता है, जहाँ नवाचार को प्रेरित करने के लिए दुनियाभर के दृष्टिकोण एकजुट होते हैं। विभिन्न विषयों में उपलब्ध इन अवसरों के साथ, ये स्कॉलरशिप्स भारतीय विद्यार्थियों के जीवन में एक परिवर्तनकारी अध्याय की शुरुआत करेंगी, जिससे वे अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क बना सकेंगे, अपने पेशेवर विकास को गति दे सकेंगे और तेजी से बदलती वैश्विक अर्थव्यवस्था में सार्थक योगदान दे सकेंगे। हमें ऐसे विद्यार्थियों की आकांक्षाओं को साकार करने में सहयोग करते हुए प्रसन्नता हो रही है, जो आगे चलकर विभिन्न क्षेत्रों और समाजों में भविष्य को आकार देंगे।”
ग्रेट स्कॉलरशिप भारतीय विद्यार्थियों के लिए ब्रिटेन में विशेष स्नातकोत्तर अध्ययन करने के द्वार खोलती है और उन्हें वैश्विक दृष्टिकोण विकसित करने तथा भविष्य के करियर के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल हासिल करने में सहायता करती है।

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