गुरु के सानिध्य में होता है व्यक्तित्व का विकास : दिनेश शर्मा

शैलेश माथुर की रिपोर्ट
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सांभरझील। राजकीय शाकंभर महाविद्यालय में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, राजस्थान (उच्च शिक्षा) की स्थानीय इकाई के तत्वावधान में गुरु-वंदन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। शुभारम्भ मां सरस्वती एवं महर्षि वेदव्यास के चित्रों के समक्ष दीप-प्रज्वलन एवं गुरु वन्दना से हुआ। मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सांभर जिला संघ चालक दिनेश चंद शर्मा रहे। उन्होंने शैक्षिक महासंघ द्वारा गुरुवंदन कार्यक्रम प्रतिवर्ष आयोजित करने की परंपरा को श्रेष्ठ बताते हुए इसे एबीआरएसए की अनूठी और प्रेरक पहल कहा। अपने उद्बोधन में गुरु के महात्म्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरु न केवल विद्यार्थी के व्यक्तित्व को निखारता है, बल्कि उसके सर्वांगीण विकास की चिंता और प्रयास करता है। गुरु केवल वेतन भोगी शिक्षक नहीं, वह “कैपेसिटी बिल्डिंग” करने वाला व्यक्तित्व है। गुरु इंद्रिय अनुभूतियों से ऊपर उठ कर प्रकृति में व्याप्त अनहद नाद तक सुन पाने की शक्ति जाग्रत करा सकने वाली दिव्य शक्ति है। हम जो भी बन पाते हैं, उसमें गुरु के मार्गदर्शन और आशीर्वाद का बड़ा योगदान होता है। डॉ. ओमप्रकाश शर्मा, जयपुर जिला उपाध्यक्ष एबीआरएसए ने विषय प्रवर्तन करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि गुरु शब्द भारतभूमि से उपजा शब्द है, जो यहा की मूल गुरु परंपरा और गुरुतत् की लंबी साधना से सिंचित है। हमारे अज्ञान को दूर करने वाले गुरु को तभी तो भारतीय परंपरा में ईश्वर से भी ऊपर स्थान दिया गया है। गुरु वंदन कार्यक्रम शिक्षकों को अपनी भूमिका को पुनर्स्मर एवं परिमार्जन का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने संगठन द्वारा वर्ष पर्यन्त आयोजित किए जाने वाले स्थायी कार्यक्रमों यथा कर्तव्य बोध दिवस, नव संवत्सर, जीव सृष्टि कल्याण, एक शिक्षक एक वृक्ष आदि पर चर्चा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रो. मोहम्मद अनवर कुरैशी ने की। प्रो. कुरैशी ने भगवद्पुरण और भगवद गीता जैसे जीवन का दर्शन और बोध कराने से हमें आत्मिक ज्ञान प्राप्त होता है। गुरु का कर्तव्य है कि वह अपने विद्यार्थियों को अज्ञान के अंधकार से निकाल कर ज्ञान के प्रकाश में अवगाहन कराये। साथ ही, विद्यार्थियों का कर्तव्य है कि वे गुरु पर श्रद्धा रखते हुए गुरु द्वारा प्रदर्शित सन्मार्ग पर अग्रसर हो। कार्यक्रम के अन्त में सभी का धन्यवाद ज्ञापित डॉ. नंदा राम ने किया। कार्यक्रम का समापन कल्याण मंत्र के साथ सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में संगठन के शिक्षक सदस्य एवं विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में सहभाग किया।

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