
शैलेश माथुर की रिपोर्ट
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सांभरझील। मालपुरा से सांभर तक बीसलपुर की पुरानी कमजोर पेयजल लाइन के स्थान पर दूसरी (नवीन )लाइन बिछाने का काम कंप्लीट होने तक सांभर में पेयजल सप्लाई आगामी चार-पांच महीने तक और नियमित होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। करीब 4 महीने से पेयजल सप्लाई का सिस्टम पूरी तरह से गड़बड़ाया हुआ है। गड़बड़ाया हुआ इसलिए है की एक तो पुरानी पड़ चुकी बीसलपुर की कमजोर लाइन पर पानी सप्लाई का अत्यधिक पडने के कारण आए दिन डेढ़ सौ किलोमीटर की दूरी में किसी न किसी क्षेत्र में फट जाती है, जिसकी वजह से पानी सप्लाई सांभर नहीं पहुंच पाती है। पाइपलाइन को जैसे तैसे दुरुस्त करने में ही तीन-चार-पांच दिन लग जाते हैं। जब तक पाइपलाइन ठीक नहीं होती तब तक पानी सप्लाई ठप हो जाती है। सांभर के सहायक अभियंता संजय कुमार से बात करने पर बताया कि सांभर फुलेरा के लिए हमारी तरफ से डिमांड गर्मी के मौसम को देखते हुए 45 लाख लीटर की रखी गई है लेकिन बीसलपुर परियोजना से कटौती के कारण करीब 10-12 लाख ही पानी विभाग को दिया जा रहा है जो काफी अपर्याप्त है। विभाग के जो कुए हैं उनका भूजल स्तर इतना नीचे गया हुआ है की एक-दो कुए ही थोड़ा बहुत रिचार्ज होते हैं जिनको विभाग की ओर इसका पानी भी सप्लाई के काम में लिया जाता है। चूंकि सप्लाई का सारा सिस्टम बीसलपुर परियोजना के अधीन ही है और विभाग केवल सप्लाई और स्थानीय पेयजल लाइन की गड़बड़ी के काम को सुधारने तक ही सीमित है। पानी सप्लाई हेतु हमारी ओर से पत्राचार करके डिमांड बढ़ाने हेतु आग्रह किया गया है लेकिन अभी तक लग नहीं रहा है कि मांग के आधार पर पानी उपलब्ध हो पाएगा। हमारा आमजन से अनुरोध है कि गर्मी के सीजन को देखते हुए पानी को व्यर्थ नहीं जाने दें। अपने हिसाब से पानी का स्टोरेज भी करके रखें क्योंकि बीसलपुर से पानी मिलने के आधार पर ही सप्लाई संभव है।