अरशद शाहीन
daylifenews.in
छान/टोंक। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी देवत माता के चार दिवसीय मेले का आगाज गुरुवार से होगा। ग्राम पंचायत छान के सरपंच भंवर लाल बैरवा ने बताया कि इस वर्ष भी देवत माता के स्थान पर बड़ी धूमधाम से मेले का आयोजन ग्राम पंचायत छान द्वारा किया जा रहा है। देवत माता का स्थान बनास नदी के किनारे पर टोंक से देवली रोड़ ग्राम छान में पश्चिम की तरफ एक किलोमीटर की दूरी पर नवोदय विद्यालय के पास स्थित है। इसके बारे में अनेक कथाए प्रचलित हैं। इस मन्दिर की स्थापना विक्रम संवत 1111 में देव नाम के लक्खी बिजारे के द्वारा निर्माण किया गया बताया है।
इस स्थान पर अखण्ड जलधारा जमीन से निकल कर कुण्ड में गिरती है और कुण्ड में से बनास नदी में मिल जाती है, जो अखण्ड चलती है। यह वही स्थान है, जहां भक्त कजोड़ राव को द्वारकानाथ भगवान के प्रत्यक्ष दर्शन हुए हैं। उनके वरदान स्वरूप उक्त जलधारा का बहना आरम्भ हुआ था, जो आज तक बह रही है। यहां भूतनाथ बाबा का समाधि स्थल है। समाधि स्थल के पास ही कल्प वृक्ष का जोड़ा भी मौजूद है, जो आने वाले श्रद्धालुओं की मनोकामना पूरी करते हैं। इस मेले को आकर्षक बनाने के लिए कई विशेष आयोजन रखे गए हैं। इस मेले में जो सज्जन सच्चे मन से प्रार्थना करता है। उसको देवी की कृपा का पूर्ण फल मिलता है। यहां पर संकट मोचन हनुमान जी का चमत्कारी मन्दिर है। मेले में गुरूवार को ध्वजारोहण एवं रात्रि जागरण, शुक्रवार को प्रसिद्ध भैरव भवानी का भाव एवं दुर्गा पूजन, शनिवार को खेलकूद प्रतियोगिता में कबड्डी, वालीबॉल व दौड़, भगवान श्रीराम की सेना द्वारा रावण पर चढ़ाई एवं रावण दहन तथा मेले का समापन समारोह संपन्न होगा।