मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती पर ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश

शिक्षा ही सर्वांगीण विकास का मूल मंत्र है : अग्रवाल
जाफ़र लोहानी
www.daylifenews.in
मनोहरपुर (जयपुर)। सुप्रीम गैस एजेंसी के प्रोपराइटर इंद्र कुमार अग्रवाल* ने कहा कि “शिक्षा ही सर्वांगीण विकास का मूल मंत्र है”!
अग्रवाल ने कहा कि
राष्ट्रीय शिक्षा दिवस भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती के उपलक्ष्य में हर साल 11 नवंबर को मनाया जाता है। यह दिन शिक्षा के महत्व को उजागर करने और देश में उनके अमूल्य योगदान को याद करने के लिए समर्पित है।
किसके उपलक्ष्य में:
यह दिन मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती के सम्मान में मनाया जाता है, जिन्हें स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री के रूप में जाना जाता है।
क्यों मनाया जाता है:
आज़ाद ने देश के शैक्षिक परिदृश्य की नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके शिक्षा के प्रति योगदान को याद करने के लिए यह दिन मनाया जाता है।
कब मनाना शुरू हुआ:
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 2008 में इस दिन को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में आधिकारिक तौर पर मनाने की घोषणा की थी। उल्लेखनीय है कि मुस्लिम समाज सहित कई लोगो ने सच्चाई और ईमानदारी को अपने जीवन का सिद्धांत बनाने वाले महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और भारत सरकार के पहले शिक्षामंत्री ‘भारत रत्न’ मौलाना अबुल कलाम आज़ाद साहब को उनकी यौमे पैदाइश पर नम ऑंखों से ख़िराज – ए-अक़ीदत पेश की।

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