
अस्पताल का निर्माण आमजन की राय से ऐसे स्थान पर हो जिससे आमजन को सुविधा मिले
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जयपुर। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान शाहपुरा विधायक मनीष यादव ने तारांकित प्रश्न के माध्यम से क्षेत्र के उपजिला एंव ट्रोमा अस्पताल के भवन निर्माण में हो रही देरी को लेकर मुद्दा उठाया। विधायक ने सदन में स्पष्ट किया कि अस्पताल का निर्माण जहां भी करना हो आमजन व स्थानीय विधायक की राय ली जाये तथा आमजन की सुविधा के अनुकूल किया जाये।
विधायक ने कहां कि क्या यह सही है कि विधान सभा क्षेत्र शाहपुरा (जयपुर) के उप जिला एवं ट्रोमा अस्पताल शाहपुरा की आवंटित भूमि पर निर्माण के लिए निविदा जारी हो चुकी थी? यदि हां, तो उक्त निविदा को निरस्त क्यों किया गया? क्या सरकार अब पुनः निविदा जारी करने का विचार रखती है? यदि हां, तो कब तक व नहीं, तो क्यों? जिसकें चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह ने जवाब दिया कि विधानसभा क्षेत्र शाहपुरा (जयपुर) के उपजिला एवं ट्रोमा अस्पताल शाहपुरा की आवंटित भूमि पर निर्माण के लिए ई-निविदा संख्या 07/2025-26 दिनांक 28.05.2025 को जारी हो चूकी थी। लेकिन आवंटित भूमि का क्षेत्रफल कम होने व दूरी अधिक होने के कारण उक्त भूमि पर भवन निर्माण आमजन हेतु अधिक उपयोगी नही होने के कारण अन्य जगह पर्याप्त एवं उपयुक्त भूमि पर निर्माण करवाए जाने की मांग के कारण निविदा निरस्त की गई।
उपजिला एवं ट्रोमा अस्पताल शाहपुरा हेतु पर्याप्त एवं उपयुक्त भूमि आवंटन पश्चात पुनः निविदा जारी कर भवन निर्माण कराया जाना प्रस्तावित है। नवीन भूमि के आवंटन की कार्यवाही प्रकियाधीन है।
जिस पर विधायक ने सवाल किया कि क्या यह सही है कि ट्रोमा अस्पताल के निर्माण कार्य को प्रारम्भ होने में विलम्ब हुआ है? यदि हां, तो इसके लिए कौन जिम्मेदार है? विवरण सदन की मेज पर रखें।
जिसका मंत्री ने जवाब दिया कि, जी हां, ट्रोमा अस्पताल शाहपुरा हेतु पर्याप्त एवं उपयुक्त भूमि आंवटन नही होने के कारण भवन निर्माण कार्य में विलम्ब हुआ है। उपयुक्त भूमि आंवटन पश्चात पुनः निविदा जारी कर भवन निर्माण कराया जाना प्रस्तावित है।
जिस पर विधायक यादव व चिकित्सा मंत्री में तीखी नोक-क्षोक हो गई है। विधायक ने सरकार पर आरोप लगाया कि जब उपजिला एवं ट्रोमा अस्पताल शाहपुरा जो कि एक ही यूनिट है जिसके लिए 307 लाख की स्वीकृति होने के लगभग 2 साल बाद तक सरकार इसका निर्माण नही करवा रही है तथा बार-बार इसका स्थान बदल रही है। जिसकें पिछें क्या कारण है तथा सदन में इससें पूर्व मंत्री ने प्रश्न संख्या 2117 में दिनांक 5 जुलाई 2024 को अवगत कराया है कि उपखण्ड अधिकारी शाहपुरा से अनुशंषा पत्र मिला है, जिसमें यह स्पष्ट रूप में उल्लेखित है कि नगरपालिका शाहपुरा में नेशनल हाईवे के समीप सीधी अप्रोच पर कोई बडी या उपयुक्त या सार्वजनिक भूमि उपलब्ध नही है। इसमें अवगत कराया गया है कि लक्ष्मी महिमा डवलर्पस जो त्रिवेणी धाम ब्रह्रा पीठाधीश्वर संत शिरोमणी नारायण दास जी महाराज के नाम से उपजिला एंव ट्रोमा हेतु उपयुक्त भूमि देना चाहते है जो 1.51 हैक्टर है और इस भूमि के समीप ही नगरपालिका शाहपुरा की 0.53 हैक्टर भूमि है जिस पर चिकित्सक व अन्य स्टॉफ हेतु राजकीय आवास हेतु उपयुक्त है। इसलिए उक्त भूमि का चिकित्सा विभाग के नाम से आंवटन कराने हेतु सीएमएचओ प्रथम को निर्देशित कर दिया है और पट्टा प्राप्त होते ही संत शिरोमणी नारायण दास जी महाराज उपजिला अस्पताल एंव ट्रोमा सेंटर के भवन निर्माण की कार्यवाही कर दी जावेगी। जबकि आज आप कह रहे हो कि भूमि उपयुक्त नही है।
जिस पर मंत्री ने पूर्व निर्दलीय विधायक वर्तमान में भाजपा में शामिल पर अस्पताल निर्माण में ऑबजेक्शन लगानें को लेकर आरोप लगाये और कहा कि पूर्व विधायक द्वारा अस्पताल का बंटाधार किया हुआ है। और वर्तमान में उपजिला अस्पताल एंव ट्रोमा सेंटर को तमिया में बनानें की बात कही।
जिस पर विधायक मनीष यादव ने सरकार पर आरोप लगाते हूए कहां कि सरकार बार-बार जगह बदलकर जनता को घुमराह कर रही है तथा नेशनल हाईवे 48 व दौसा मनोहरपुर हाईवें व सघन आबादी से दूर छीतरी हूई आबादी में बनानें को अमादा है। जिसकें लिए ना आमजन की राय जानी गई तथा ना ही क्षेत्रीय विधायक की राय ली गई। तथा क्या आप दूबारा आमजन व क्षेत्रीय विधायक की राय लेने का विचार रखती है।
इस पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहां कि मंत्री जी पूर्व विधायक आपकी ही पार्टी के सदस्य है। तथा उपजिला अस्पताल के निर्माण के लिए आज आप नई जगह के लिए कह रहे जबकि पूर्व में आपनें सदन में इसी जगह को उपयुक्त बताया तथा कहां कि अस्पताल के लिए कुछ जगह कम है वो नगरपालिका से लेकर कार्यवाही कर निर्माण करवाया जायेगा।
उपजिला एवम् ट्रोमा अस्पताल-
बजट घोषणा 2023-24 में उपजिला एवम् ट्रोमा अस्पताल की घोषणा हुई थी। जिसके निर्माण के लिए 307 लाख रुपये की स्वीकृति हुए 2 साल हो चुके है। शाहपुरा में ट्रोमा अस्पताल पृथक से नहीं होकर उपजिला अस्पताल में ही शामिल है।
यदि ट्रोमा अस्पताल का तमिया में निर्माण किया जाता है तो संपूर्ण अस्पताल तमिया में शिफ्ट में हो जाएगा। जिसके आमजन व शाहपुरा शहर निवासियों को असुविधा होगी
इनका कहना है
शाहपुरा उपजिला अस्पताल व ट्रोमा सेंटर जहाँ भी बने, जनता की राय से बने। स्थान ऐसा हो, जिससे आमजन को सुविधा मिले, न कि परेशानी भाजपा सरकार ने जनता के दो वर्ष ख़राब किये है बार बार स्थान परिवर्तन करके राजनीति कर रही है अब नए स्थान का चयन आम जनता की राय से हो ज़बरदस्ती जनता पर नहीं थोपा जाए – मनीष यादव ( विधायक शाहपुरा)