
जाफ़र लोहानी
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मनोहरपुर (जयपुर)। एल.एम. प्रथम अब्दुल अज़ीज़ लोहानी ने कहा कि ताजियों का पर्व इंसाफ, इंसानियत और ईमान की राह पर चलने का पैगाम देता है कर्बला के मैदान में हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मिसाल बन गई है और हजरत इमाम हुसैन की याद में ढोल ताशों की धुन के साथ ताजियों को जुलूस के रूप में मनाया जाता है! मोहर्रम का यह महीना मोहब्बत व इंसानियत का भी पैगाम देता है मोहर्रम के इस मुबारक महीने में हम सभी प्रदेश वासी संकल्प लें और अपने देश और प्रदेश की हिफाजत के लिए हर तरह की कुर्बानी देने को तत्पर रहेंगे! यह शब्द लोहांनी ने मदीना सबील की टीम को सम्मानित के पूर्व में कहे!
लोहानी ने शायराना अंदाज में कहा कि कर्बला को कर्बला के शहंशाह पर नाज है, उस नवासे पर मोहम्मद को नाज है, यूं तो लाखों सिर झुके सजदे में, लेकिन हुसैन ने वह सजदा किया जिस पर खुदा को नाज है।
इसके बाद में मदीना सबील के अध्यक्ष अनवर तिगाला को सांफ़ा बंधवा कर व माला पहनाकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर पत्रकार जाफ़र खान लोहांनी, मोहसिन खान, बुन्दू लौहार,अनवर लौहार, उमरद्दीन लौहार, जुम्मा लौहार,अनवर तिगाला, शाहरुख तिगाला, रफीक साबु नीलगर, हामिद नीलगर, लाल नीलगर, आबिद गोरी मिरिंडा, कालू लोहार, मुस्तकीम तिगाला, रफीक जिंदरान आदि कई उपस्तिथ थे। उल्लेखनीय है कि अनवर तिगाला के नेतृत्व में पिछले 37 सालों से सबील लगाई जारही है।