जाफ़र लोहानी
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मनोहरपुर (जयपुर)। देव उठनी एकादशी पर कस्बे में वामन दीपावली मनाई गई वही अबूझ सावा होने पर जगह जगह पर शादियों की धूम मची हुई थी इसी के साथ मे कई अरमानो की डोलियां उठी! बारातियो ने बाराती वाली मस्ती ली! घोड़ी व बाजा देरी से पहुचने पर तू तू में में होती दिखाई दी।
कस्बे के वामन देव मोहल्ले में स्थित वामन देव महाराज के मंदिर का प्रदेश के इतिहास में अहम स्थान है मुगल काल में बना यह मंदिर अत्यंत विशाल है जो राजस्थान का एकमात्र वामन देव जी का मंदिर है इसका निर्माण नगर शैली में हुआ था हर साल इस मंदिर में देवउठनी ग्यारस को वामन दीपावली मनाई जाती है।
इस बार देवउठनी ग्यारस पर यहां विशेष आयोजन होते है इस दौरान घरों और मंदिरों में दीपक जलाए गए यहां के पुजारी बताते हैं कि इस दौरान मंदिर में विराजमान वामन भगवान का अलौकिक शृंगार होता है। मंदिर परिसर की आकर्षक विद्युत सजावट की जाती है। दोपहर में महिलाएं मंगल गीत गाती है और शाम को रंग-बिरंगे दीपक जलाकर आकर्षक व मनमोहक रोशनी करती है। महिलाएं हिंदू शास्त्रों के अनुसार 4 माह से सोए हुए देवों को विधिवत पूजा अर्चना करके जगाती है। महिलाएं समूह में गीत गाती हुई वामन देव मंदिर पहुंचती है वे यहां दीप जलाकर रोशनी करती है।
सांयकाल 6 बजे मंदिर में महा आरती होती है मंदिर की मूर्तियों की फूलों से सजावट होती है। आसपास व दूर दराज के लोग मंदिर जाकर परिवार की सुख समृद्धि की कामना करते हैं। बच्चों का समूह आतिशबाजी करते है वामन भगवान को विधिवत पूजा अर्चना करके मंदिर प्रांगण में चारों ओर परिक्रमा करते हैं। वामन भगवान के भोग लगाकर सुख समृद्धि की कामना करते हैं।