कलाकार को पालिका से आर्थिक सहयोग नही मिलने से नही बनापाया पूर्ण रावण का पुतला
सुरेश बागड़ी की रिपोर्ट
daylifenews.in
मण्डावर। यहां नगर पालिका मण्डावर में पिछले दो वर्ष पूर्व कलाकार शोभाराम बैरवा द्वारा पालिका से आर्थिक सहयोग मिलने की उम्मीद लगाकर रावण के पुतले का निर्माण कार्य शुरू का दिया गया। जहां अपनी जेब से हजारों रूपये खर्च कर रावण का सिर तैयार कर दिया गया। लेकिन पालिका प्रशासन एवं आमजन से आर्थिक सहयोग नही मिलने से कलाकार की कला पुतले पर निखरने से पहले ही दम तोड़ गई। जिसकी वजह से रावण का सिर ही बन पाया। कलाकार के पास पैसे का अभाव होने के कारण वो रावण के पुतले को पूर्ण रूप नही दे पाया। कलाकार द्वारा रावण के पुतले का सिर बनाकर आधा अधूरा छोड़ दिया गया। जहां 2023 में कलाकार ने प्रशासन से मद्द करने के लिए कई बार पालिका में चक्कर लगाए। लेकिन पालिका प्रशासन ने कलाकार की कोई मद्द नही की। जिसके बाद फिर कलाकार ने इस बार भी 12 अक्टूबर को दशहरा पर्व पर रावण दहन के लिए पुतले का निर्माण करने के लिए पालिका प्रशासन से मद्द मांगी गई। लेकिन पालिका प्रशासन द्वारा कलाकार की कोई मद्द नही की गई। जिसके बाद कलाकार ने हताश होकर गौ सेवा समिति मण्डावर के पदाधिकारियों को आपबीती बताई। जिसके बाद समिति के द्वारा रावण के आधे-अधूरे पुतले का शहर के थौबड़ी चौराहे पर ट्रक यूनियन के सामने दहन करने का निर्णय लिया गया। जहां शनिवार को गौ सेवा समिति पदाधिकारियों ने कलाकार शोभाराम बैरवा का साफा व माला पहनाकर स्वागत किया गया। वहीं उसके द्वारा आधे-अधूरे रावण के सिर का दहन करवाया गया। जो लोगों के लिए शर्म की बात थी। वहीं पहली बार मण्डावर में हुए आधे-अधूरे रावण के पुतले का दहन चर्चा का विषय बना हुआ है। कलाकार ने शोभाराम ने बताया कि पिछले दो वर्ष से रावण का सिर तैयार होकर घर में रखा हुआ था। मेरे घर वाले पिछले दो साल से ताना देते है आ रहे है कि सुबह जगते है तब और रात में सोते है तब रावण के पुतले का सिर दिखाई देता है इसको जाकर कही जलाया। लेकिन मै क्या करूं तोड़ा कुछ मेरे पास पैसा था जो इसकी के सिर को बनाने में खर्च कर दिया अब मै कैसे मेरे पैसे में आग लगाऊं। लेकिन अब क्यां करूं इसको ज्यादा दिन तक घर में रख भी नही सकता हूं। यह कहते हुए कलाकार की आंखों में आंसू आ गए। सायद उसको लग रहा है कि कलाकारों की आज के युग में कोई ईज्जत नही है और नाही पालिका प्रशासन कलाकारों की कोई मद्द करने को तैयार है,यही कारण रहा है कि कलाकारों की कला दम तोड़ती जा रही है। इस दौरान रवि,बंटी,वकील,लोकेश,करण,चेतराम,रामदयाल,राजेश,गुड्डू,संतोष सहित अनेक गौ सेवा समिति के सदस्य मौजूद थे।