
जाफ़र लोहानी
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मनोहरपुर (जयपुर)। डॉक्टर इमरान खान चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (यूनानी) राजकीय यूनानी चिकित्सा केंद्र उप जिला चिकित्सालय शाहपुरा ने कहा कि रोजा रखने से शुगर कंट्रोल रहती है, दिल की घबराहट दूर हो जाती है, सभी प्रकार की टेंशन ख़त्म हो जाती है, पेट की सफ़ाई हो जाती है, पूरे जिस्म की नसों की ऊपर से लेकर नीचे तक सफ़ाई हो जाती है सभी प्रकार की बीमारियों का खात्मा हो जाता है दिल खुशियों में झूम उठता है मन भी खुश रहता है पूरे जिस्म में ताज़गी आ जाती है जैसे बुढापा भाग जाता है और जवानी आ जाती है।
खान ने कहा कि रोजा रखने से शरीर का रोम रोम ख़ुश हो जाता है इसके बाद जीने का मजा दुगना हो जाता है।
उन्होंने कहा कि जब शरीर को भूख लगती है तो रोजे की हालत में शरीर को खाना नही मिलता है तो ऐसे हालत में शरीर में बेकार पड़े हुए अपशिष्ट पदार्थों को खाना शुरू कर देता है ये बेकार अपशिष्ट पदार्थ जो रोगों को जन्म देते है अब शरीर इनको खा जाता है इससे ख़तरनाक से ख़तरनाक बीमारी के अपशिस्ट पदार्थ खत्म हो जाते है इसके बाद रोजेदार खुद की निरोगी काया समझने लगता है। जापानी वैज्ञानिकों व डॉक्टरों ने खुलासा किया है कि एक साल में लगभग 20 से 25 दिन तक लगातार 10 से 12 घण्टे जो भूखा रहेगा उसका स्वास्थ्य फिट रहेगा।