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सड़कों की मरम्मत के लिए तीन साल से पालिका नहीं बना सकी प्लान
शैलेश माथुर की रिपोर्ट
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सांभरझील। नगर पालिका की ओर से सांभर-फुलेरा, सांभर-नावा व सांभर नारायना सीमा के अंतिम छोर पर मुख्य मार्ग पर लगाए गये “पर्यटन नगरी सांभर झील में पधारने पर आपका हार्दिक स्वागत है” का साइन बोर्ड भले ही बस में सफर करने वाले लोगों को देखने में अच्छा लगे, लेकिन हकीकत तो यह है कि यह बोर्ड अब यहां के लोगों को चिढ़ा रहा है है। पर्यटन नगरी के मापदंडों के अनुरूप नगर पालिका प्रशासन को सड़कों को बेहतर बनाने के लिए जो खाका खींचा जाना चाहिए था वह तो तैयार नहीं हो सका अलबत्ता बजट अन्य कार्यों में कहां-कहां पर खर्च किया गया यह नगर पालिका के रिकॉर्ड में ही दर्ज होकर रह गया है। पर्यटन नगरी की शान जहां से शुरू होती है वह है यहां का पृथ्वीराज सर्किल यहां से होकर आबादी क्षेत्र में प्रवेश किया जाता है। इसके नजदीक ही रोडवेज की बसों का ठहराव स्थल भी है तो प्रमुख व्यापारिक गतिविधियों के लिए जाना जाने वाला गट्टानी व न्यू मार्केट भी है। न्यू मार्केट से तेली दरवाजा होते हुए सबसे पुराना बाजार जिसमें कपड़ा मार्केट, गोला बाजार, कटला बाजार व पुरानी धान मंडी के तमाम रास्ते उन प्रमुख जगहों में शुमार है जहां पर प्रतिदिन सैकड़ो की संख्या में वाहनों व ग्रामीणों का आना-जाना रहता है। इसके अलावा सांभर-फुलेरा मार्ग सहित उपरोक्त तमाम रास्तों पर सैकड़ो की तादाद में छोटे-बड़े गड्ढे हैं और सड़के ऊबड़-खाबड़ हो गई है तथा अनेक जगहों से कंक्रीट बाहर निकल गई है। राहगीरों के अलावा सबसे ज्यादा मुश्किल दो पहिया वाहन चालकों को उठानी पड़ती है। अक्सर सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे होने से दो पहिया वाहन चालक चोटिल भी हो जाते हैं। विगत तीन वर्षों में सड़कों के पेचवर्क किन-किन जगहों पर कराया गया यह तो पालिका को ही पता है या उस वक्त कराया गया जब सांभर पर्यटन महोत्सव का आयोजन था तो फॉर्मेलिटी पूरी कर ली गई लेकिन अभी भी ऐसे मार्ग हैं जहां आज स्थिति में सुधार किया जाना आम जन के हितों के लिए जरूरी है। फुलेरा निवासी देवेंद्र कुमार टाक बताते हैं कि सांभर कोर्ट जाने वाले लिंक रोड के नजदीक सड़क के बीचो-बीच दो गहरे गड्ढे ऐसे हैं जिसमें एक बार खुद भी बाइक से गिरकर चोटिल हो चुके हैं। यहां की शहर की सरकार के मुखिया को भी उन्होंने बताया लेकिन 6 माह से यह गड्ढा पहले छोटा था अब धीरे-धीरे बड़ा होता जा रहा है, लेकिन गड्ढों को भरने के लिए पालिका प्रशासन अभी भी कोई एक्शन नहीं ले रहा है लगता है किसी अनहोनी घटना का इंतजार यहां के जनप्रतिनिधियों को बना हुआ है।