दौलतपुरा में सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा प्रशिक्षण सत्र का आयोजन

सुनील जैन की रिपोर्ट
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जयपुर। दौलतपुरा ग्राम पंचायत भवन में दौलतपुरा, आकेड़ा डूंगर, बगवाड़ा एवं अखेपुरा पंचायत के युवाओं एवं महिलाओं के लिए सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा प्रशिक्षण सत्र का आयोजन सहायता संस्था जयपुर द्वारा एवं जिला कलेक्टर महोदय के निर्देशानुसार SBI के सहयोग से CSR गतिविधियों के तहत चेयरपर्सन पद्मश्री डॉ. माया टंडन के नेतृत्व मे किया गया जहाँ दौलतपुरा सरपंच प्रतिनिधि रवि स्वामी, बगवाड़ा सरपंच प्रतिनिधि गोपाल लाल बुनकर, जन प्रतिनिधि मुकेश खेरवाड़ी ग्राम विकास अधिकारी दौलतपुरा गौरीशंकर गुर्जर, बगवाड़ा रविदत्त शर्मा, अखेपुरा राकेश मीणा एवं ग्राम पंचायत अधिकारी मौजुद रहे, जिनके द्वारा प्रतिभागीयों को प्रोत्साहित करने व अन्य आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध करवाने में सहयोग प्रदान किया।
सहायता के सीईओ मनीष संचेती द्वारा जानकारी दी गई की दुर्घटना स्थल पर तुरंत उपचार हेतु घायल के कंधे पर जोर से थपथपा कर व जोर से आवाज लगाकर उसकी आंख खुलवाने का प्रयत्न करना चाहिए और यदि वह आंख नहीं खोल रहा है तो इसका मतलब है की घायल बेहोश है, व्यक्ति अगर बेहोश है तो उसको 90 डिग्री की करवट पर लोग रोल की स्थिति में रखकर ही हॉस्पिटल ले जाना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि दुर्घटना के पश्चात घायल को तुरंत फुटपाथ की तरफ ले जाने से सड़क पर जाम की स्थिति उत्पन्न नहीं होगी और दूसरी दुर्घटना होने की संभावना नहीं रहेगी साथ ही फुटपाथ पर ले जाने से पूर्व ही 108, 104, 112 पर संपर्क करके एंबुलेंस को बुलाकर मदद ली जा सकती है क्योंकि सड़क दुर्घटना में मृत्यु का आंकड़ा हमारे देश में सर्वाधिक है जो कि कम नहीं हो रहा है जिसके कारण हमारी केंद्र व राज्य सरकारें इस पर बहुत गंभीर है।
ज्ञात हो कि राजमार्ग पर तुरंत एंबुलेंस बुलाने के लिए 1033 नंबर को उपयोग में ले लेना चाहिए क्योंकि हमारी देश में 5% ही राजमार्ग है लेकिन इन पर दुर्घटना का आंकड़ा करीब-करीब 56% है जो की चिंता का विषय है। यदि घायल के मेरुदंड में चोट आई है तो तीन व्यक्तियों द्वारा ही इस तरह उठाना चाहिए जिसमें एक व्यक्ति सर व कंधे को सहारा दे, दूसरा व्यक्ति कमर व पीठ को सहारा दे व तीसरा व्यक्ति पैरों को सहारा देते हुए स्ट्रेचर पर शिफ्ट करेंगे व इसी तरह से एंबुलेंस में ले जाएंगे तो घायल को सुरक्षित अस्पताल पहुंचने पर व्यक्ति लकवा मारने की संभावना बहुत कम हो जाएगी साथ ही उनके द्वारा दुर्घटना की स्थिति में पीड़ित की मदद करने से जुड़ी कई बातें बताई जिससे प्रतिभागियों को नई जानकारी प्राप्त हुई व सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा से जुड़ी जागरूकता आई। सहायता के रिसोर्स पर्सन डॉ रमेश डूडी द्वारा कार्डियो पलमोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) का मानव पुतले पर प्रशिक्षण करवाया गया व साथ ही Good Samaritan Law के बारे में भी जानकारी दी।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में राजिविका क्लस्टर प्रभारी सुरभी शर्मा का भी पूर्ण सहयोग रहा। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट बाँटें गए व सड़क सुरक्षा शपथ भी दिलाई गयी। प्रतिभागियों ने भी विश्वास दिलाया की वह संस्था से जुड़े रहेंगे व दुर्घटना होने पर घायल की मदद भी करेंगे ताकि दुर्घटना में जो युवा दम तोड़ रहे हैं उनके जीवन को बचाया जा सके।

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