सारिका जोधराज और अन्नू शेखावत बनी मिसेज करवा चौथ

जफर लोहानी
www.daylifenews.in
मनोहरपुर (जयपुर)। भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सेवार्थ फाउंडेशन द्वारा पारंपरिक त्योहारों पे ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह प्रतियोगिता का आयोजन करवाया जाता है इसी में कड़ी में महिलाओं का खास त्योहार जो पूरी तरह से मातृ शक्ति को समर्पित है उस पर एक मिसेज करवाचौथ की प्रतियोगिता आयोजित करवाई गई। जिस में सीकर जिले सारिका जोधराज और अन्नू शेखावत को मिसेज करवाचौथ चुना गया है वहीं अर्चना पारीक को तीसरे स्थान पे रखा गया है। प्रतियोगिता की संयोजक देव हीरो की संगीता रुलानिया ने बताया कि इस में पूरे राजस्थान से करीब 100 से ऊपर एंट्री आई जिस में से उन एंट्री को सिलेक्ट किया गया जिनके पारंपरिक वीडियो भी साथ थे। डायरेक्टर मंजू लाटा के अनुसार समय में आ रहे बदलावों के साथ-साथ हमारे तीज त्योहार भी बदल रहे हैं। पति की लंबी आयु के लिए किया जाने वाला व्रत करवा चौथ अब लोक परंपरा ही नहीं रह गया है, बल्कि इसमें आज की युवा पीढ़ी ने नए रंग भरे हैं। आज की कामकाजी महिला करवा चौथ का व्रत तो रखती है, साथ ही उनके जीवनसाथी भी व्रत रखने लगे हैं।कॉरपोरेट जेनरेशन की महिलाएं भी अपने सुहाग के प्रति उतनी ही प्रतिबद्ध हैं, लेकिन उनके सुहाग यानी पतिदेव की भावनाओं में जबरदस्त परिवर्तन आया है। महानगर में कई युगल ऐसे हैं, जहां पति भी अपनी पत्नी के साथ करवा चौथ का व्रत करते हैं दिनभर उपवास के बाद शाम को अठराह-बीस साल की युवती से लेकर पचहत्तर साल की महिला नई दुल्हन की तरह सजती-संवरती है। करवा चौथ के दिन एक खूबसूरत रिश्ता साल-दर-साल मजबूत होता है।करवा चौथ पर सजने के लिए पंद्रह दिन पहले से ही बुकिंग होनी शुरू हो जाती है। ब्यूटी पार्लर अलग-अलग किस्म के पैकेज की घोषणा करते हैं। महिलाएं न सिर्फ उस दिन श्रृंगार कराने आती हैं, बल्कि प्री-मेकअप भी कराया जा रहा है। करवा चौथ पर मेहंदी का बाजार लाखों के पार बैठता है। सुबह से लेकर शाम तक महिलाएं अपने हाथों में मेहंदी लगवाने के लिए कतार में खड़ी रहती हैं। हमारी संस्था का उद्देश्य सेवा के साथ साथ भारतीय संस्कृति संस्कार को भी बढ़ावा देना है । सारिका जोधराज अन्नू शेखावत अर्चना पारीक को इस अवसर पे बधाई प्रेषित की गई

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