खजूर के पीछे है वैज्ञानिक कारण : डॉ. रिजवान अहमद

वैज्ञानिको के अनुसार रोजा शरीर को सेहतमंद बनाता है
जाफ़र लोहानी
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मनोहरपुर (जयपुर)। राजकीय यूनानी अस्पताल ताला के वरिष्ठ यूनानी डॉक्टर रिजवान अहमद ने कहा की रमजान का मुकद्दस महीना पूरा होने जा रहा है रमजान के पाक महीने में रोजा रखना मुसलमानों पर फर्ज माना गया है लेकिन यह तो धार्मिक कारण है इससे विद्वान व चिकित्सक एक महीने के इस रोज के पीछे वैज्ञानिक कारण भी मानते हैं।
डॉक्टर रिजवान अहमद साहब कहते हैं कि मुसलमानों में यह रोजा लगातार 1 महीने का जरूर होता है यह रोजा विज्ञान से भी जुड़ा हुआ है पूरे वर्ष में एक माह का रोज शरीर के लिए कई मायने में फायदेमंद होता है रोजे के दरमियान प्रोटीन यूरिक एसिड भी नॉर्मल हो जाता है इस महीने में शरीर मानसिक रूप से तनाव मुक्त हो जाता है।
डॉक्टर रिजवान अहमद ने कहा कि चावल आलू आदि के खाने से शरीर में स्टार्च की मात्रा बढ़ती है 1 महीने तक इसके नियंत्रित सेवन से शरीर में इस दरमियान स्फूर्ति बरकरार रहती है रोजो के दिनों में जमा फेट का उपयोग शरीर द्वारा किया जाता है जिससे शरीर में इसकी मात्रा कम होती है ऐसे में ब्लड प्रेशर हार्ट डिजीज आदि में फायदा होता है।
डॉक्टर रिजवान अहमद कहते हैं कि फास्टिंग के दरमियान में लोगों को सावधानी भी रखना चाहिए इस समय ग्लूकोस बर्न होता है स्वाभाविक स्वाभाविक है की कमजोरी भी महसूस होती है रोजो के समय ब्लड प्रेशर डायबिटीज आदि से ग्रस्त लोगों को अधिक पेशाब होने वाले दवाई का सेवन कम कर देना चाहिए या अपने चिकित्सा से परामर्श लेना चाहिए सेहरी और इफ्तार के समय कम मात्रा में लेकिन रात को भोजन भरपूर मात्रा में लेना चाहिए उन्होंने कहा कि नमक और सिर्फ की मात्रा कम लेना आवश्यक है ताकि प्यास कम लगे साथ ही इफ्तार और सेहरी के समय फाइबर्स और शुगर कंटेनिंग डाइट के साथ ही फलों का सेवन अधिक करना चाहिए।
रोजा इफ्तार के दौरान खजूर का विशेष रूप से सेवन करते हैं दरअसल हदीस में कोई खजूर से रोजा इफ्तार करने की बात आई है इफ्तार करने की सुन्नत (पैगंबर मोहम्मद जो भी काम करते थे उन्हें सुन्नत करार दिया गया है) के मुताबिक तरीका यह है कि रुतब (पके हुए ताजा खजूर) से रोजा इफ्तार किया जाए।
विशेषज्ञ की माने तो रोजा खजूर से रोजा खोलने से सबाब मिलता है लेकिन सबाब मिलने के साथ-साथ यह आपकी सेहत के लिए ही फायदेमंद है बता दे की खजूर में नेचुरल शुगर होती है जिससे रोजा रखने के दौरान कम हुआ शुगर लेवल बैलेंस हो जाता है शुगर में सुक्रोज फ्रुक्टोज और ग्लूकोज पाए जाते हैं खजूर में भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है मैग्नीशियम में जवलनरोधी गुण होता है खजूर में मौजूद पोटैशियम अधिक ब्लड प्रेशर को भी कम करने का काम करता है खजूर से रोजा अफ़तार करने पर शरीर को तुरंत ताकत मिलती है इससे कोलेस्ट्रोल का स्तर भी काम होता है।

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