
जाफ़र लोहानी
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मनोहरपुर (जयपुर)। शाहपुरा के समीप खोरा श्याम दास गांव में बड़ा कुआ ढाणी में अमरसर धाम के श्री श्री 1008 प्रेमगिरी महाराज के सानिध्य और महायज्ञ के आचार्य कामनाथ शास्त्री धवली वालो के आचार्यत्व में चल रहे श्री महाकाली मूर्ति प्राणप्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में चल रहे श्री 21 कुण्डात्मक महाकाली महायज्ञ का पूर्णाहुति के साथ महायज्ञ का समापन हुआ।
महायज्ञ के उपाचार्य वैदिक रमाकान्त टीलावत (खोरी वाले ) ने बताया कि सोमवार को आवाहित देवताओं का पूजन,अर्चन के साथ महायज्ञ में वैदिक मंत्रों से विद्वानों द्वारा रुद्र सूक्त, नर्वाण मन्त्र, श्रीसूक्त की यजमानों ने आहुति दिलवाई गयी।क्षेत्रपाल की बलि देकर पूर्णाहुति सम्पन्न हुई। कई साधु संतों ने पूर्णाहुति में भाग लिया।आचार्य कामनाथ शास्त्री ने महायज्ञ का यजमानो ने पूजन अर्चन वस्त्र देकर आशीर्वाद लिया। महायज्ञ के विद्वान श्रीराम शर्मा ने बताया कि सोमवार को महाकाली माताजी की मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा, हनुमानजी की,शिव परिवार, के साथ महायज्ञ की पूर्णाहुति दोपहर 12:15 सम्पन्न हुई। विशाल भंडारा दोपहर 2 बजे से आयोजित हुआ। भंडारे में हजारों भक्तों ने पंगत प्रसादी ग्रहण करी। सोमवार सुबह 8:15 बजे मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा हुई।
श्रीमदभागवत कथा का भी पूर्णाहुति के साथ समापन
कथा व्यास कामनाथ महाराज धवली ने कहा कि भागवत कथा की पूर्णाहुति पर भगवान श्री कृष्ण और सुदामा का भावपूर्ण मित्रता की कथा सुनाई। और कथा में बताया कि कैसे भगवान अपने मित्र के लिए दौड़ करके आये वैसे ही सभी मनुष्य अपने मित्र की सहायता करे । कथा व्यास पूजन के साथ के साथ कथा का विश्राम हुआ। यह जानकारी पुष्कर राज शर्मा ने दी है।