
अरशद शाहीन
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टोंक/उनियारा। विश्व विकलांग दिवस पूरे विश्व में मनाया गया। इस अवसर पर एसीजेएम कोर्ट, उनियारा में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें विकलांग जनों के अधिकारों और उनके समावेशी समाज में योगदान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जागरूकता फैलाने की कोशिश की गई।कार्यक्रम की शुरुआत अतिरिक्त मुख्य मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट डॉ सुरभि सिंह द्वारा की गई। उसके बाद विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों और उनके समावेश के महत्व के बारे में बताया गया। इस अवसर पर सिविल न्यायाधीश व न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती सुमित्रा कुमारी, अभियोजन अधिकारी जीतमल मीना, डिप्टी एसपी रघुवीर सिंह, बार अध्यक्ष महेश कासलीवाल, वरिष्ठ अधिवक्ता बाबूलाल कासलीवाल प्रेमचंद जैन, बाबूलाल जैन, मोहम्मद लइक खान, कन्हैयालाल टाडा,महेंद्र प्रताप सिंह नरूका अन्य अधिवक्तागण उपस्थित रहे व न्यायिक कर्मचारी उपस्थित रहे। स्थानीय प्रशासन, तालुका सचिव और विकलांग समुदाय के सदस्य उपस्थित रहे।मुख्य अतिथि ने कहा, “हम सभी का कर्तव्य है कि हम विकलांग व्यक्तियों को समाज में बराबरी का दर्जा दें और उनके लिए बेहतर अवसरों की सृष्टि करें। उनके अधिकारों का सम्मान करना और उन्हें समाज में समान स्थान प्रदान करना हमारे सामूहिक दायित्व का हिस्सा है।
कार्यक्रम में विकलांग व्यक्तियों द्वारा अपने अनुभव साझा किए गए और उनकी जीवन की चुनौतियों को दूर करने के लिए उठाए गए कदमों पर प्रकाश डाला गया। इसके साथ ही, विभिन्न संगठनों और सरकारी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी गई, जो विकलांग जनों के लिए उपलब्ध हैं। कार्यक्रम के अंत में सभी ने एकजुट होकर विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों और उनके कल्याण के लिए प्रतिबद्धता की शपथ ली। इस आयोजन के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि विकलांग व्यक्ति समाज का अभिन्न हिस्सा हैं और उन्हें समान अधिकार एवं अवसर मिलना चाहिए।