
बुद्ध पूर्णिमा को भरेगा वार्षिक मेला, सरोवर के अंदर की गंदगी हटाना पालिका के लिए चुनौती
शैलेश माथुर की रिपोर्ट
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सांभरझील। यहां से 1 किलोमीटर दूर तीर्थो की नानी के नाम से विख्यात देवयानी तीर्थ स्थल पर आगामी 12 मई शनिवार बुद्ध पूर्णिमा को विशाल मेला भरेगा, लेकिन पालिका प्रशासन की ओर से कुंड के अंदर व्याप्त गंदगी को अभी तक भी नहीं हटाया गया है। संपूर्ण सरोवर में कमलगट्टों जाल फैला हुआ है, कुंड के पानी से आचमन कर हजारों श्रद्धालु जिनमें महिलाओं की तादाद सबसे अधिक होती है अपनी आस्था प्रकट कर मैया देवयानी से परिवार की खुशहाली के लिए कामना भी करती है। यह बताना जरूरी है कि पूरे 1 साल में नगर पालिका कभी भूल से इसकी सफाई करवाई हो तो अलग बात है लेकिन कभी भी कृत्रिम कुंड और सरोवर की साफ सफाई नहीं करवाई। पानी इतना ज्यादा मटमेला और कचरा फैला हुआ है कि आचमन करना तो दूर उस पानी के नजदीक भी आसानी से इसलिए नहीं बैठ जा सकता की एलगी कि उसमें गंध आती है। स्थानीय व बाहर से आने वाले श्रद्धालु बताते हैं कि ऐसे में अब सवालिया निशान यह खड़े हो रहे हैं कि जब कुंड में अपनी ही नगर पालिका शुद्ध पानी का नहीं इंतजाम कर सकी तो केवल साफ सफाई पर एक लाख 80 हजार का टेंडर जारी कर अब क्या प्रदर्शित करना चाहती है, लोगों का कहना है कि सफाई तो चलो होनी चाहिए लेकिन वास्तविक रूप से मेले में आने वाले लोगों को जो सुविधा मिलनी चाहिए उसके लिए पालिका क्या कदम उठा रही है। बता दे की पालिका की की ओर से एक प्राकृतिक होद बनवाया हुआ है जिसमें निजी टैंकरों से मीठा पानी भरवा कर श्रद्धालुओं के लिए नहाने की वैकल्पिक व्यवस्था की जाती है, लेकिन सरोवर के भीतर जमा गंदगी को हटाने के लिए पहले से यदि ठोस कार्रवाई होती तो श्रद्धालु घाट पर बैठकर ही आचरण कर सकते थे। पालिका की ओर से मेले को ध्यान में रखते हुए 19 मार्च को साफ सफाई का ठेका छोड़ा गया है।