
5 लीटर के बजाय सिर्फ़ 1 लीटर घी देने की तैयारी
जाफ़र लोहानी
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शाहपुरा (जयपुर) प्रदेश सरकार द्वारा चुनावों से पहले अपने संकल्प पत्र में प्रत्येक गर्भवती महिला को 5 लीटर देशी घी देना का वादा किया था, परंतु सरकार के 18 माह बीत जाने के बावजूद देशी घी महज़ एक वादा बनकर रह गया है। अभी तक महिलाओं को घी उपलब्ध नहीं करवाया गया है।
गोरतलब है कि विधानसभा के तृतीय सत्र में महिलाओं को 5 लीटर देशी घी देने को लेकर शाहपुरा से कांग्रेस विधायक मनीष यादव ने सरकार के सामने सवाल खड़ा किया था जिसके जवाब में सरकार का जवाब गैर-जिम्मेदाराना रहा की अभी सरकार के साढ़े तीन साल बचे है, दे देंगे जिस पर विधायक यादव सहित विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कड़ा विरोध जताया था।
अब सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओ को सिर्फ़ 1 लीटर घी देने की फाइल प्रोसेस की जा रही है जिसके तहत 1 जुलाई से आँगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकरण के माध्यम से घी का वितरण किया जायेगा। सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओ को घी के साथ 5 प्रकार के न्यूट्रियशियन का कीट वितरण किया जायेगा। जिसके लिये गर्भवती महिलाओ को नज़दीकी आँगनबाड़ी केंद्रों पर जाकर पंजीकरण करवाना होगा, जिसके बाद सिर्फ़ 2.50 लाख महिलाओं को कीट का वितरण किया जायेगा, गोरतलब है कि सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में सभी गर्भवती महिलाओ को घी देने का वादा किया था परन्तु अब 2.50 लाख महिलाओं को कीट का वितरण किया जायेगा जो पहले आओ पहले पाओ की तरज पर किया जायेगा
विधायक मनीष यादव का कहना है की…..
“गर्भवती महिलाओं को वादा किया गया 5 लीटर देशी घी दिया जाए, ताकि उन्हें उत्तम पोषण मिले और शिशु स्वास्थ्य भी बेहतर हो सके। 1 लीटर घी देने की सोच ही जनहित के साथ छलावा है।“