
जाफर लोहानी
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मनोहरपुर (जयपुर)। कस्बे के तोपचीखाना स्थित मुस्लिम विकास समिति के तत्वाधान में आयोजित नि:शुल्क चिकित्सा शिविर में चयनित 22 लोगों ऑपरेशन को अस्पताल ले ऑपरेशन किया गया।
जानकारी अनुसार नायब सदर सईद अहमद चौहान ने बताया कि जिन लोगों को शिविर में ऑपरेशन के लिए चिन्हित किया गया था। उनको अस्पताल के द्वारा बहरोड़ से मनोहरपुर भेजी गई बस में बैठाकर बहरोड स्थित मिश्री देवी आई अस्पताल ले जाया गया। जहां पर शिविर में चयनित लोगों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराया गया और डॉक्टर ने कहा कि जिन लोगों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया है उनको परहेज के तौर पर कई बातों का ध्यान रखा जाए।
इन बातों का रखा जाए ख्याल : मोतियाबिन्द के ऑपरेशन के पश्चात् मरीजो के लिए आवश्यक निर्देश,
आँख को साफ करने की विधि : रोज सुबह साबुन से हाथ धोकर साफ रूई को पानी में उबालकर उसे निचोड़ कर हल्के हाथ से आँख के चारों तरफ सफाई करें।
दवा डालने की विधि : दवा को ढक्कन लगाकर साफ एवं ठण्डी जगह पर रखें। चारपाई पर सीधा लेटकर नीचे वाली पलक को अँगुली से खोलकर एक-एक बूंद दवा पांच मिनट के अन्तराल पर डाले। खाने का कोई परहेज नहीं है।
मधुमेह (शुगर) एवं बी.पी. रोगी खाने में नियमित रूप से नियंत्रण रखे
एक महीने तक दिन में काले चश्में का प्रयोग करें। चश्में को साफ रखें।, जिस आखें का ऑपरेशन हुआ है, उसे मसले नहीं, रगड़े नहीं, कोई कपड़ा नहीं लगावे।,
यदि आँख में दर्द, लालपन बढ़े, चोट लगे, दृष्टि कम हो या किसी तरह की तकलीफ हो तो तुरन्त अस्पताल आवें एवं नेत्र चिकित्सक से सम्पर्क करें।,आँख को गर्मी से, धुंआ, धूल, धक्का एवं धूप से बचावें।, तीन सप्ताह तक गले से नीचे नहाना है।, जमीन से भारी बोझ नहीं उठावें।, छोटे बच्चों के साथ नहीं खेले। आँख को किसी भी प्रकार की चोट लगने से बचायें।, बीडी, सिगरेट, शराब, जर्दे का प्रयोग न करें।, अगर आपका पूर्व में किसी भी प्रकार का उपचार जैसे- ब्लड प्रेशर, मधुमेह, गठिया या अन्य किसी रोग की औषधियां जारी है तो उनको नियमित रूप से लेते रहे।, हरी-पत्तेदार सब्जी, पपीता, आम, दूध, गाजर, अण्डे वगैरह का प्रचुर मात्रा में सेवन करें।, दवाईयां उसी आँख में डाले जिस आँख का ऑपरेशन हुआ है एवं परिवार के अन्य सदस्य की आँख में न डाले। ऑपरेशन के बाद मरीज सामान्य खाना खाये। और मरीज अपनी साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखे आदि।